गुरुवार, सितंबर 29, 2005

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कविता सागर पर प्रेषित हुई अन्य रचनाएँ :

मातृ-भाषा के प्रति - भारतेंदु हरिश्चंद्र
यक्ष प्रश्न - अटल बिहारी वाजपेयी
जलियाँवाला बाग में बसंत - सुभद्रा कुमारी चौहान
आज के बिछुड़े न जाने कब मिलेंगे ? - पं. नरेन्द्र शर्मा
आह ! वेदना मिली विदाई - जयशंकर प्रसाद
बौड़म जी बस में - अशोक चक्रधर
आराम करो - गोपालप्रसाद व्यास
तपते दिन की अगन - पं. विनोद शर्मा
एक बार आ जाओ प्रिये - मुनीश
ज़िन्दगी - मुनीश